अगर आप सेकंड हैंड कार खरीद लाएं हैं, तो नीचे दी गयीं चीज़ों को करना फायदे का सौदा हो सकता है चाहे कार कितनी भी पुरानी क्यों न हो । इन महत्वपूर्ण चीज़ों से आपका कार के साथ अनुभव सुखद हो सकता है ।
कार रिकॉल की जाँच करें
कार रिकॉल की जांच बहुत जरुरी है। सबसे पहले अपनी कार का वीआईएन नंबर पता करें। आप इसे विंडशील्ड, ड्राइवर के दरवाजे, बोनट, कार चेसिस पर पा सकते हैं। इसके बाद निर्माता की वेबसाइट पर जाएं फिर रिकॉल लिंक पर क्लिक करें और वीआईएन नंबर दर्ज करें। रिकॉल तभी सक्रिय होता है जब गाडी में निर्माता से कोई कामे रह गयीं हो । वीआईएन नंबर दर्ज करने के बाद, पास के अधिकृत डीलरशिप पर कॉल करें और रिकॉल को ठीक करने के लिए अपॉइंटमेंट सेट करें। रिकॉल की दौरान आपको कोई पैसा खर्च नहीं करना चाहिए क्योंकि निर्माता की ओर से गलती हो गयी है और उन्हें निर्माता द्वारा ही बुलाया जाता है । कुछ रिकॉल सेफ्टी रिकॉल नहीं होतें लेकिन अगर एयरबैग बदलने को कहा गया हो तो उसे जल्द से जल्द ठीक करने की जरूरत है क्योंकि वह खतरनाक हो सकता है।
विस्तारित वारंटी (एक्सटेंडेड वारंटी ) ट्रांसफर
एक सामान्य यात्री कार में सबसे छोटे स्क्रू से लेकर इसीयु, एसी कंप्रेसर, वाइपर मोटर, पावर विंडो मोटर आदि तक लगभग ३०००० से अधिक पुर्जे होते हैं। यदि आपकी रनिंग एक वर्ष में २०००० किमी से अधिक है तो विस्तारित वारंटी खरीदना फायदेमंद है। विस्तारित वारंटी तब तक ली जा सकती है जब तक कार नए कार की मूल वारंटी के अंतर्गत है। विस्तारित वारंटी कार के नए मालिक को स्वतंत्र रूप से हस्तांतरण हो सकती है। बस डीलरशिप से संपर्क करें, कभी-कभी विक्रेता को विस्तारित वारंटी की हस्तांतरण प्रक्रिया शुरू करने की आवश्यकता होती है। यदि कंपनी एक विस्तारित वारंटी के हस्तांतरण का शुल्क लेती है तो सौदा करने से पहले हस्तांतरण शुल्क का भुगतान कौन करेगा यह सुनिश्चित करें |
कार बीमा ट्रासंफर
भारत में यूज्ड कार का बाजार बहुत बड़ा है और लगातार बढ़ रहा है लेकिन वाहन बीमा और वारंटी सहित कार ओनरशिप ट्रासंफर के बारे में उपलब्ध जानकारी बहुत कम है और जो भी जानकारी उपलब्ध है वह बहुत अस्पष्ट है। कानून के अनुसार, आपको कार की बिक्री के 14 दिनों के भीतर कार बीमा पॉलिसी को नए मालिक को हस्तांतरित करने की आवश्यकता है। इंश्योरेंस हस्तांतरित करने के लिए आपको तीन फॉर्म यानी 28, 29 और 13 के साथ नए कार मालिक के नाम का पंजीकरण प्रमाण पत्र (रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट ) की जरूरत होगी। यदि आरटीओ पंजीकरण प्रमाण पत्र प्रदान नहीं करता है तो आप पंजीकरण प्रमाण पत्र की ट्रांसफर प्रक्रिया शुरू करने के बारे में बताते हुए उनके द्वारा प्रदान की गई रसीद का उपयोग कर सकते हैं। आपको पिछले मालिक और पिछली बीमा प्रति द्वारा जारी अनापत्ति प्रमाण पत्र (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट ) की भी आवश्यकता होगी । ऑटो बीमा कंपनियों के साथ अपनी जरुरत के अनुसार शर्तों और अच्छे सौदों पर मोल भाव करना न भूलें ।
नज़दीकी गैरेज पर जाएँ
सबसे पहले, कूलैंट, विंडशील्ड वॉशर फ्लुइड, ब्रेक फ्लुइड और इंजन तेल सहित कार की सभी फ्लुइड की जांच करें। कार की सभी लाइटों की जाँच करें। आप लोकल ऑटो पार्ट स्टोर में आसानी से बल्ब बदल सकते हैं। नज़दीकी गैरेज में जाएं और इंजन ऑयल बदलें क्योंकि आपको नहीं पता कि पिछले मालिक इंजन ऑयल चेंज के लिए सर्विस स्टेशन पर कब गया था। एयर फिल्टर की जांच करें और उन्हें बदलें। केबिन एयर फिल्टर को बदलना कभी न भूलें। यह ए/सी के क्षमता को बढ़ाएगा और आपको केबिन में ताज़ा महक भी देगा। कार अंदर बाहर से साफ करें, आपको सभी खरोंचों का पता चल जाएगा जिनको सही करने की आवश्यकता है और खरोंच कब आयी है जब आप इसे लाए थे तब या बाद में आई है। अंतिम लेकिन जरुरी कार का एक वॉक अराउंड करें और जांचें कि किन चीजों को ठीक करने की क्या ज़रूरत है, अगर सब कुछ ठीक है तो आपकी कार रॉक सॉलिड है, और लॉन्ग ड्राइव के लिए एकदम तैयार है।
टायर बदलें
कारों के टायरों का निरीक्षण करें और यह समझने के लिए इन दिशानिर्देशों का पालन करें ताकि पता चलें की टायरों को बदलने की आवश्यकता है या नहीं । टायर की सतह पर ट्रेड इंडिकेटर दिए होतें है, उनका पता करें अगर वो जिस चुके है तो टायर बदलने का समय आ चूका है | टायरों का खांचा गहरा होने से टायर गीली सड़कों पर बेहतर पकड़ प्रदान करेगा । कार के टायरों के असमान घिसने की जाँच करें, यदि टायर एक तरफ दूसरे की तुलना में अधिक घिसा हुआ है, तो इसका मतलब है कि टायर एलाइनमेंट सही नहीं है या सस्पेंशन के पुर्जों में कोई समस्या है । यदि टायर कपिंग दिखाते हैं जो उच्च और निम्न स्थान के साथ डिशिंग आउट करते हैं जिसका अर्थ है कि कार का सस्पेंशन ख़राब हो चूका है हैं और कार के टायर सचमुच सड़क पर उछल रहे होतें हैं। टायर की साइड वाल की जांच करें, अगर साइड वाल ख़राब है तो उस स्थिति में कार चलाते समय टायर फट सकता है जो बेहद खतरनाक साबित हो सकता है । एक बार अगर टायर की साइड वाल ख़राब हो जाएँ तो उसकी मरम्मत नहीं की जा सकती है।