Why You Should Avoid Buying All Wheel Drive Or 4 Wheel Drive SUV Cars?

So you are planning to buy a new SUV, watching several reviews on YouTube, you may have shortlisted few SUVs offering all-wheel drive (AWD) or 4 Wheel drive (4WD) powertrain. No doubt AWD or 4WD are highly engineered vehicles loaded with great features like multiple driving modes.

If you love off-roading adventures, climbing a steep hill or you stay in a place where you have to face snow, sand and mud daily; you should definitely pick 4WD/AWD SUV but what about other buyers? Do they really need it? Let’s understand why they should avoid buying AWD or 4WD SUV.

Aesthetic

SUV Sketch

Though SUVs come with all size and shapes but they all look the same. They are bulky box shaped wagons with rear door like a hatchback car, big wheels and big front profile. They don’t have too many colour choices; they are mostly offered in Black, Silver and White. Though manufactures tried to offer facelift version with occasional fresh designs, colour and dimension but still SUVs’ designs are boring. A big Black SUV with 22-inch alloy wheels will never beat elegant or stylist of pure Grand Turismo coupe or a luxury sedan. 4WD/AWD comes with only one or maximum two variants so there are not many options available in market.

Worse Fuel Economy

Empty Fuel Gauge

AWD & 4WD cars are bulky and hence heavier compared to 2WD driver cars. Curb weight of Toyota Fortuner is more than 2 MT where as curb weight of Skoda Octavia is close to 1.5 MT that extra mass ultimately results in poor fuel economy. Not only that AWD/4WD SUVs have to send power to all four wheels which means SUV need extra power that consumed more fuel than simple 2WD (2 Wheel Drive) Cars. Simple Powertrain of 2WD cars offer better fuel economy. AWD/4WD SUVs are complex vehicles. AWD/4WD are less fuel efficient than their 2WD counterparts as extra power and weight of AWD/4WD systems consume more fuel.

They are expensive

Men with Range Rover

AWD & 4WD cars are bulky and hence heavier compared to 2WD driver cars. Curb weight of Toyota Fortuner is more than 2 MT where as curb weight of Skoda Octavia is close to 1.5 MT that extra mass ultimately results in poor fuel economy. Not only that AWD/4WD SUVs have to send power to all four wheels which means SUV need extra power that consumed more fuel than simple 2WD (2 Wheel Drive) Cars. Simple Powertrain of 2WD cars offer better fuel economy. AWD/4WD SUVs are complex vehicles. AWD/4WD are less fuel efficient than their 2WD counterparts as extra power and weight of AWD/4WD systems consume more fuel.

High maintenance

SUV Repair Inspection

As your SUV gets old it will demand more maintenance compared to simple front wheel or rear wheel drive cars. Brand new car buyers can definitely opt for AWD/4WD SUVs with extended warranties but those who are considering used cars should keep in mind that complex system demands high maintenance cost in future. 4WD/AWD tyres wear faster compared to 2WD. 

Safety

SUV Roll Over

People thinks that big bulky cars mean safer cars which is understandable to some extent. Unless SUV is crashed with micro car or hatchback, SUVs are safe however unsafe part is its higher ground clearance which make SUVs more vulnerable to rollovers. Though SUVs have ESC (Electronic Stability Control) but electronic systems have their own limitation and no system can beat simple physics.

Before you put any comment, lets us clarify that extra mass of SUVs is great in passive safety but braking distance to make a complete stop increases due to that extra weight. Lighter vehicles can stop faster than bulky SUVs.

High seating position of SUVs provide good visibility over the long hood but at same time small objects, kids and pedestrians directly in front of SUVs are not visible and creates big visibility problem. Larger, higher and bulkier vehicles could trap pedestrian underneath bonnet or rear boot instead of pushing them over the hood.

 

Culture

Jeep CJ Offroad

SUVs were initially offered to army to drive through rough terrain and jungles. They used to offer without any luxuries but with powerful engines and rugged AWD/4WD systems. In India; we don’t have culture of off-roading, nobody takes their 4WD SUVs to off-roading. Today we have same brand and offering same SUV for completely different purpose. Modern SUVs have become family cars. In India SUVs are bought purely for show off. Daily commuting in an AWD/4WD in city is not practical. In fact, driving an 4WD/AWD SUV in traffic is cumbersome.

AWD/4WD may cause overconfidence in drivers that leads to more dangerous situation. SUVs are killing passenger car market industry by killing diversity of modern car market.

Environment

SUV Exhaust

AWD/4WD SUVs are fuel thirsty vehicles. They have huge engines and these big engines requires higher fuel consumption that ultimately equals higher air pollution. AWD/4WD SUVs have lowest fuel economy among all car classes which makes them real enemy of environment.

Our advice to new cars buyers’ is always understand you needs of everyday life and also understand budget and then shortlist the cars. You should pick AWD/4WD features only if it is at most required in everyday life.

पुरानी कारों की बेहतर कीमत कैसे पाएं ?

नई कारों का बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू होने के बाद  रीसेल कार की खरीदारी एक समस्या रही है। यह समस्या लगभग ५ दशक पुराणी है। भारत में सेकेंड हैंड कार बाजार; नई कार बाजार के मुकाबले बड़ा है। इस वीडियो में, आइए जानते हैं कि पुरानी कारों की बेहतर कीमत कैसे मिल सकती है।

Mercedes Benz Cars

कार निरीक्षण रिपोर्ट

इस्तेमाल की गई कार खरीदारों की सुरक्षा के लिए कार जांच या वाहन निरीक्षण रिपोर्ट विकसित की गई है। इसका उद्देश्य खरीदार को यह विश्वास दिलाना है कि वह समस्याग्रस्त कार नहीं बल्कि एक अच्छी कार खरीद रहें है । कार निरीक्षण रिपोर्ट के लिए आपको लगभग ३०० रुपये का खर्च आता है, लेकिन यह खरीदार को बहुमूल्य जानकारी देता है और वह जानकारी कार पर विश्वास बढ़ाएगी और खरीदारी निर्णय आसान करने में मदद करेगी।

Car Inspection Report

कार के सभी पेपर्स चेक करें

आरसी बुक, इंश्योरेंस कॉपी और पीयूसी हमेशा तैयार रखने चाहिए और यह बुनियादी आवश्यकताओं में से एक है। वाहन की राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड रिपोर्ट तैयार रखें। अगर आप महाराष्ट्र में रहते हैं तो आप इस साइट www.mahatrafficechallan.gov.in पर जाकर बिना भुगतान वाले चालान की जांच कर सकते हैं। इसी तरह आप www.echallan.parivahan.gov.in पर भी विजिट कर सकते हैं। जब तक पुराने चालान का भुगतान नहीं किया जाता है, तब तक पंजीकरण प्रमाण पत्र नए वाहन मालिक को हस्तांतरित नहीं की जाएग;  अगर कार के लोन  पूरा हो चुका है तो रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट से (पंजीकरण प्रमाण पत्र) हायफोथीकेशन हटाना जरुरी है।

कार की डिटेलिंग

कार डिटेलिंग से आपकी कार शोरूम जैसे दिख सकती है। आम तौर पर कार पेंट  ऑक्सीडाइज़ होता है और इसमें अधिक चमक लाने की आवश्यकता होती है। कार की डिटेलिंग खरोंच और निशान हटाती है। मैट की सफाई,  स्टीयरिंग व्हील और इंफोटेनमेंट सिस्टम पर लगे बॉडी ऑयल की सफाई जैसी चीज़े कार डिटेलिंग सर्विस में शामिल होती हैं।

Car Detailing Service

कार सर्विस रिकॉर्ड्स

हर कार का एक इतिहास होता है और यह एक जीवन की तरह है। हो सकता है कार की कुछ सर्विस कंपनी के अधिकृत सर्विस स्टेशन की देखरेख में की गयी हो | कार के रखरखाव और सर्विस के इतिहास के बारे में स्पष्ट और संक्षिप्त दृष्टिकोण रखना महत्वपूर्ण है। आप वाहन रिपोर्ट को मेडिकल हिस्टरी फाइल जैसे मानें। यदि आप खरीदार को यह विश्वास दिलाना चाहते हैं कि आपकी कार विश्वसनीय स्थिति में है; तो आपको रिकॉर्ड रखने की आवश्यकता है। कार सर्विस रिकॉर्ड्स बताएगा कि क्या काम हुआ है और भविष्य में कौनसा काम होना है । आपने कितने समय पहले इंजन आयल बदला है या ब्रेक फ्लश किया है। एक सुव्यवस्थित कार; खरीदारों के लिए हमेशा आकर्षक होती है। जब आप अपनी कार बेचते हैं, तो कार खरीदार को पारदर्शी सौदा महसूस होता है और वह आपकी कार को बाजार से बेहतर कार कीमत पर खरीद सकता है। अगर कार में कुछ बढ़ी खराबी है लेकिन आपकी कार वारंटी में है तो खरीदार को पता चल जायेगा की वारंटी में क्या काम होना है।

Car Servicing

कार की आंतरिक सफाई

पुराणी कार बेचते समय प्रदर्शन ही सबकुछ है । बाहरी और आंतरिक स्वच्छ कार खरीदारों को बताएगी कि कार कार का रखरखाव कैसा है। अपना ध्यान ड्राइवर साइड के दरवाजे पर केंद्रित करें। खरीदार इसे हर बार कार में बैठते ही साफ सीट बोल्ट, कपहोल्डर, दरवाज़े के हैंडल और स्टीयरिंग व्हील, नोटिस करता है। फर्श मैट को साफ़ करें । फर्श के मत सबसे ज्यादा घिस पीस जातें है । प्लास्टिक के पुर्जों को साफ़ करने के लिए पानी पर आधारित ग्रीसिंग का प्रयोग करें। बाद में सूखे कपड़े से पोंछ लें। सभी खराब गंध वाले जगहों  का पता लगाएँ और उन जगहों  को साफ़ करें।

Car Second Key

कार की दूसरी चाबी

अगर आपकी कार चोरी हो जाती है और  आप इंश्योरेंस क्लेम करते हैं लेकिन अगर  आपके पास दूसरी चाबी  अतिरिक्त चाबी नहीं है तो आप बड़ी मुसीबत में हैं। चोरी के खिलाफ मुआवजा पाने के लिए कंपनी को कार की दोनों चाबियाँ देना अनिवार्य है। बीमा कंपनियों ने धोखाधड़ी के मामलों यह जाना है के , बीमाकर्ता कार चोरी की साजिश में शामिल था। यदि कार की मूल चाबी गुम हो गई है तो एफआईआर दर्ज करें | भविष्य में किसी भी दावे के मामले में खुद को सुरक्षित रखने के लिए एफआईआर की प्रति संभाल  कर रखने की की सलाह दी जाती है। इसलिए हमेशा दोनों चाबियां खरीदार को सौंप दें।

Car odometer and speedometer

ओडोमीटर टेम्परिंग

हालांकि ओडोमीटर टेम्परिंग के खिलाफ मोटर व्हीकल एक्ट में कोई प्रावधान नहीं है, लेकिन खरीदार अनुचित व्यापार प्रथाओं या धोखाधड़ी या बेईमानी के खिलाफ शिकायत कर सकता है।

कार मैनुअल

कार खरीदार हमेशा मूल कागजात और उपकरणों को महत्व देता है। कार मैनुअल कीमती होता है। कार मैनुअल में सभी प्रारंभिक जानकारी होती है; जिसे खरीदार महत्त्व देता है और कार मूल्यांकन में बढौती कर भी कर सकता है।

Car Wheel Balancing Service

व्हील एलाइनमेंट

उचित व्हील एलाइनमेंट और बैलेंसिंग ड्राइविंग अनुभव को इक अलग स्तर पर ले जा सकती है । कार सड़क को पकड़ के चलती है, कार की हैंडलिंग अच्छी होती है और इसलिए कार का परफॉरमेंस भी बढ़ाता है।

कार एक्सेसरीज

खरीदार कार सुरक्षा एक्सेसरीज जैसे अंडर शील्ड प्रोटेक्शन कवर, गियर लॉक, केबिन एसी फिल्टर, हेडलाइट अपग्रेड, रिमोट सेंट्रल लॉक, पार्किंग सेंसर, ऑटो डिमिंग आईआरवीएम, डैश कैम, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम, मैट और मड फ्लैप की सराहना करते हैं। स्टीयरिंग व्हील नॉब, फैंसी गियर नॉब जैसे एक्सेसरीज को हटा दें, यह गलत इंप्रेशन दे सकता है। कार का सजावटी सामान पूरी तरह से व्यक्तिगत पसंद है, यह कार के मूल्य घटा भी सकता है और बढ़ा भी सकता है सकता है।

नई कार खरीदने के बाद आगे क्या ?

आप एक नई कार लाए हैं, बढ़िया, लेकिन आगे क्या ?आइए जानते हैं; नई कार खरीदने के बाद हमें क्या करना चाहिए?

New Car Dealer

कार के मैनुअल से खुद को परिचित करें

कार मैन्युअल बहोत महत्वपूर्ण चीज़ है, लेकिन उसे अक्सर अनदेखा किया जाता है। कहा जाता है कि आपकी कार से जुड़ी सारी जानकारी होना किसी सोने से कम नहीं होता । क्या होगा अगर आपकी कार बीच जंगल में ख़राब हो  जाये और आपके फोन पर सिग्नल नहीं आ रहा | चाहे समस्या छोटी हो या बड़ी दोनों मामलों में, कार मैनुअल काफी उपयोगी पड़ता हैं । कार मैनुअल आपको बताता है कि पुर्जों की सही जगह कहा पर है; ताकि आपातकालीन स्थिति के दौरान आपको भ्रमित न होना पड़े। आप समस्या का पता लगा सकते हैं और कार मैनुअल की मदद से तुरंत ठीक कर सकते हैं। कार मैनुअल में कार की संपूर्ण सेवा अनुसूची , कार इंजन ऑयल, गियर ऑयल और ब्रेक ऑयल ग्रेड और मात्रा संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी शामिल होती है । यह जानकारी आपको इंजन ऑयल घोटाले से बचा सकती है जो भारत में काफी सामान्य है। कार का मैनुअल आपको विभिन्न प्रकार के कार के पुर्जों और एक्सेसरीज की प्रारंभिक जानकारी बताता है उदाहरण के लिए बैटरी और हेडलाइट का नियंत्रण। यह आपको बताता है कि आपकी कार में हर बटन/घुंडी क्या काम करती है और हर गेज का क्या अर्थ है। हर कार अलग होती है। आपके पास कई कारें हो सकती हैं; लेकिन हर नई कार का मॉडल नयी तकनीकी के साथ आता है। कार  मैनुअल को कागज के कीमती टुकड़े की तरह मानें। कार  मैनुअल को पूरा पढ़ने में दो से तीन घंटे लग सकते हैं ।

Car big touchscreen infotainment System

कार फीचर्स से परिचित हों जाएँ

कार मैनुअल को पढ़ने के बाद अगला महत्वपूर्ण काम यह है कि हर फीचर की जांच करें और इस्तेमाल कर के देखें । जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, नई कार नई तकनीक के साथ आती है। नए फीचर और कंट्रोल्स से परिचित होने में समय लगता है । कभी कभी सामान्य चीज़ें जैसे की बोनट की जजमेंट और “A” पिलर के साइज का जजमेंट लेने में भी वक़्त लगता है। लक्ज़री कारों में कई पर्सनल सेटिंग्स होती हैं। नई कार की अक्सेलरेशन और ब्रैकिंग पावर को जानना भी काफी जरुरी होता है । जब आप ये सब चीज़ें अपनी कार के बारे में जानते है, तो ड्राइविंग अधिक आरामदायक और सुखद हो सकती है ।

Car convenience features

कार एक्सेसरीज़

हमेशा कार की सुरक्षा, यात्रियों की सुरक्षा और सहूलियत देने वाली  कार एक्सेसरीज़ पर निवेश करें| सजावटी एक्सेसरीज पर कम निवेश करें । अंडर शील्ड प्रोटेक्शन कवर, गियर लॉक, केबिन एसी फिल्टर, हेडलाइट अपग्रेड, रिमोट सेंट्रल लॉक, पार्किंग सेंसर, ऑटो डिमिंग आईआरवीएम, डैश कैम, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम, मैट और मड फ्लैप जैसी कुछ बेहद जरुरी कार एक्सेसरीज हैं, अगर वे आपके द्वारा चुने हुए वैरिएंट में उपलब्ध नहीं है तो आप आफ्टर मार्किट लगा सकते हो । आफ्टरमार्केट कार एक्सेसरीज़ को फिट करते समय सावधान रहें, विशेष रूप से जिसमें इलेक्ट्रॉनिक वायरिंग को काटना पड़ें, जिससे कार की वारंटी ख़तम हो सकती है। कार पेंट सुरक्षा, एंटीरस्ट कोटिंग, ग्रिड लाइनों के बिना रियर व्यू कैमरा, हाई व्हील उपसाइज़िंग, पहियों का उच्च आकार जैसे  सामानों से बचें |

Car tyre replacement

जरुरत हो तो कार के टायर बदल दे

पिछले तीन-चार साल, ऑटोमोबाइल उद्योग में नई प्रवृत्तियों देखा गया है; जैसे कि है टायर अपसाइज़िंग। भारत में कार अपसाइज़िंग का प्राथमिक उद्देश्य टायरों की सरफेस एरिया को बढ़ाना और कार को माचो लुक देना । कार निर्माता अलग-अलग वेरिएंट के लिए अलग-अलग टायर साइज ऑफर करते हैं | अगर आप कोई बेस वैरिएंट खरीद रहे हैं तो टॉप स्पेक वैरिएंट में दिए जाने वाले टायर्स को अपसाइज़ करने की सलाह दी जाती है। कभी भी प्लस टू साइज टायरों को अपसाइज न करें यह कार की हैंडलिंग, आराम और कार के माइलेज को बर्बाद कर देगा इसके अलावा ओडोमीटर गलत रीडिंग दिखाएगा।

एसयूवी और क्रॉसओवर की असली तुलना

हर ऑटो एंथुजिएस्ट के सामने एक सवाल हमेशा आता है जो है; एसयूवी (स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल) और क्रॉसओवर (क्रॉसओवर यूटिलिटी व्हीकल) के बीच का अंतर क्या है?

आपने ऑटो जानकारों से सुना होगा कि एसयूवी की तुलना में क्रॉसओवर अधिक बेहतर मशीन हैं। हालाँकि, यह एक बात कुछ हद तक सही है ; लेकिन अब २०२० के दशक में चीजें बहुत बदल गई हैं । भारत में पिछले १० वर्षों में एसयूवी कारों की मांग काफी बढ़ चुकी है । एसयूवी अब भारत में सभी पैसेंजर कार सेगमेंट को पछाड़ देती हैं| २०२० के दशक की शुरुआत में एसयूवी न केवल अपनी ऑफ-रोडिंग क्षमताओं के लिए बल्कि शहर के यातायात को तय करने के लिए भी लोकप्रिय हो गई है। भले ही आप जानते हों, हर कार बॉडी टाइप के अपने फायदें और कमियां होती हैं, आइए एसयूवी (स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल) और क्रॉसओवर (क्रॉसओवर यूटिलिटी व्हीकल) दोनों की तुलना करें।

GMC Yucon Side Profile
Jeep Grand Cherokee Front Profile

कार बॉडी

सीयूवी और एसयूवी के बीच सरल अंतर यह है के एसयूवी एक ट्रक के प्लेटफॉर्म पर असेम्ब्ल की जाती है जबकि क्रॉसओवर कार के प्लेटफॉर्म पर आधारित होती हैं। एसयूवी रियर-व्हील या फोर-व्हील ड्राइव  पर आधारित होती हैं ; जहां बॉडी को फ्रेम के ऊपर चढ़ाया जाता है| एसयूवी को ट्रकों की तरह ही चलाया जाता है।

ऑटो कार निर्माताओं ने मोनोकोक चेसिस पर ओल -व्हील ड्राइव या फ्रंट व्हील ड्राइव का उत्पादन करना शुरू किया, इसलिए कार हल्की हो गई और उपयोगकर्ता के अनुकूल वाहन बनाये गए, परिणाम एक नई शेरनी का जन्म हुआ जिसे; क्रॉसओवर या क्रॉसओवर एसयूवी कहा जाता है। एसयूवी की तुलना में क्रॉसओवर का ग्राउंड क्लीयरेंस कम होता है इसलिए एसयूवी की तुलना में क्रॉसओवर की हैंडलिंग बेहतर होती है और एक लम्बी गाडी बनती जो दिखने में भी ख़ूबसूरत होती है । हालांकि कई विक्रेता बंधू, ऑटोमोबाइल विशेषज्ञ अक्सर यूनीबॉडी वाहनों को एसयूवी के कहते हैं, भले ही वे परिभाषा के अनुसार वे क्रॉसओवर होती है । एसयूवी शब्द का प्रयोग अक्सर सीयूवी और एसयूवी दोनों के लिए किया जाता है।

White SUV in Mountains

राइड और हैंडलिंग

एसयूवी को संभालना मुश्किल है क्योंकि उसकी सेंटर ऑफ़ ग्रेविटी ऊँची होती हैं जो मोड़ पर स्थिर नहीं रहती और एसयुवी को तेजरफ़्तार के दौरान काफी संभल कर मोड़ लेना पड़ता हैं । एसयूवी की बड़ी बॉडी बड़ी मात्रा में ड्रैग और मैकेनिकल जटिलता उत्पन्न करती है। क्रॉसओवर को ड्राइविंग एंथोसिएस्ट ज्यादा पसंद करते है, वे अधिक फुर्तीली, चलने में अधिक मजेदार होती है और तो और एसयूवी की तुलना में बेहतर राइड क्वालिटी और हैंडलिंग प्रदान करती है। एसयूवी रियर व्हील या फोर- व्हील ड्राइव होती हैं जबकि क्रॉसओवर फ्रंट व्हील, रियर व्हील और ऑल-व्हील ड्राइव विकल्पों में उपलब्ध होती है। एसयूवी में क्रॉसओवर की तुलना में अधिक शक्तिशाली इंजन होते हैं।

केबिन

एसयूवी में सीटिंग पोजीशन ऊंची होती है; जो रोड, बोनट और ट्रैफिक को देखने में मदद करती है और यही एसयूवी खरीदारों का मुख्य कारण है। कोई भी कार बॉडी टाइप; एसयूवी की रोड प्रेसेंस को मात नहीं दे सकती है और यही चीज़ एसयूवी के सेल्स को आगे बढाती है | एसयूवी में थोड़ा लंबा व्हीलबेस होता है जिसकी वजह से अधिक लेगरूम और कार्गो मिलता है। एसयूवी के केबिन की ऊंचाई है ज्यादा होती है जिसके वजह से आलीशान हेडरूम मिलता है | एसयूवी निश्चित रूप से एक विशाल गाडी लगती है । एसयूवी चौड़ी होती हैं जो सीट की दूसरी पंक्ति में बच्चों के लिए थोड़ी अधिक जगह प्रदान करती हैं। एसयूवी की तुलना में क्रॉसओवर अधिक आरामदायक हैं। क्रॉसओवर कम ऊँची होने के कारण एसयूवी की तुलना में कार्गो में भारी सामान उठाना और लोड करना आसान हो जाता है।

Land Rover Evoque

ईंधन की खपत

एसयूवी का वजन आमतौर पर क्रॉसओवर से अधिक होता है इसलिए वे उतनी अच्छी माइलेज नहीं दे पाती । क्रॉसओवर एसयूवी की तुलना में बेहतर औसत के साथ काफी फुर्तीला ड्राइविंग अनुभव कराती  है । हल्के वजन के कारण क्रॉसओवर में ईंधन की खपत भी कम होती है; जो एसयूवी के मुकाबले बड़ा फायदा है। यही वजह है कि शहर के खरीदार क्रॉसओवर को अधिक पसंद करतें हैं।

डिज़ाइन

एसयूवी का लुक काफी गुस्सैला होता है इसीलिए एसयूवी की रोड प्रेसेंस अद्भुत होती है। क्रॉसओवर की तुलना में एसयूवी का लुक ज्यादा रफ एंड टफ होता  हैं |

अंतिम निर्णय

एसयूवी उन खरीदारों के लिए फायदेमंद है जो गांवों में रहते है । शहर के खरीदारों को निश्चित रूप से एक क्रॉसओवर  को बढ़ावा देना चाहिए । एसयूवी में ऊँची सीटिंग पोजीशन होती है, कहीं भी जाने की क्षमता और गुस्सैल लुक के साथ आती है लेकिन  बुरे माइलेज और राइड क्वालिटी के कारण पिछड़ जाती है और इसीलिए रोज़ मर्रा की ज़िन्दगी में एसयूवी एक अच्छा विकल्प नहीं बन पाती |

आप किसको चलना पसंद करोगे एसयूवी या क्रॉसओवर , कमेंट कर के जरुर बताएं  !

कार की टेस्ट ड्राइव कैसे करें ?

आप चाहे नई कार खरीद रहे हो या पुरानी, हमेशा सुविधाजनक समय और स्थान पर छुट्टी के दिन टेस्ट ड्राइव करें |

Car Test Drive

हमेशा सुविधाजनक समय और स्थान पर छुट्टी के दिन टेस्ट ड्राइव करें

रविवार या छुट्टी के दिन टेस्ट ड्राइव को शेड्यूल करें। टेस्ट ड्राइव को पूरा करने और सेल्स एग्जीक्यूटिव  के साथ चर्चा में लग भग 2 घंटे लगते हैं । इसीलिए  टेस्ट ड्राइव के दौरान जल्द बाज़ी ना करे |

एक ही दिन सभी चुनी हुई कारों को टेस्ट ड्राइव करें

एक ही दिन सभी चुनी हुई कारों को टेस्ट ड्राइव करें, क्यों? ड्राइविंग का अनुभव आपके दिमाग में ताज़ा रहता है और आप अंतिम निर्णय लेने के लिए बेहतर तुलना कर सकते हैं।  बेहतर तुलना के लिए; एक दिन में कम से कम  तीन से चार कारों को  टेस्ट ड्राइव करें। अपनी ड्राइविंग आदतों के अनुसार वास्तविक जीवन में माइलेज की जांच करने के लिए ट्रिप मीटर को रीसेट करना न भूलें।

केवल आपके द्वारा चुने गए वेरिएंट का ही टेस्ट ड्राइव करें

आम तौर पर टेस्ट ड्राइव वाहन टॉप वेरिएंट होते हैं।  डीलर से आपके द्वारा चुना हुआ वैरिएंट पूछने में संकोच न करें; जिसे आप खरीदना चाहते हैं। यही बात पावर ट्रेन पर भी लागू होती है। अगर डीलर के पास विशेष पावरट्रेन और वैरिएंट उपलब्ध नहीं है, तो आप अन्य डीलर से संपर्क कर सकते हैं ।  आप जो वैरिएंट चाहते हैं यदि वह वैरिएंट टेस्ट ड्राइव के लिए उपलब्ध नहीं है, तो आप डीलर से उस वैरिएंट को दिखाने के लिए भी कह सकते हैं ताकि आप सभी फ़ीचर्स का मुआइना कर सकें।

Black Convertible Car

कार के हर फ़ीचर्स की जाँच करें

कार निर्माता कुछ उपयोगी फ़ीचर्स और कुछ गिमिक फ़ीचर्स प्रदान करते हैं । अपनी जरुरत के अनुसार फीचर्स को प्राथमिकता देना जरुरी है | हर फीचर जो आप चाहतें हैं उसे जांच ले | आप सेल्स एग्जीक्यूटिव को फीचर दिखाने के लिए बोल सकते है | जाहिर सी बात है कि आप उसे एयरबैग के कामकाज को दिखाने के लिए नहीं कह सकते।

“A” पिलर की लम्बाई, चौड़ाई और विजिबिलिटी में रुकावट

चौड़े “A” पिलर के वजह से ड्राइव को रुकावट महसूस हो सकती है यदि कार में एक फेयर राउंड पिलर है, तो ऊँचे ड्राइवर को विजिबिलिटी की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, जबकि अगर कार में क्वार्टर विंडो है तो शॉर्ट ड्राइव को विजिबिलिटी की समस्या होती है ।

Car A Pillar

गियर रेश्यो चेक करें

जब आपकी कार में लो एंड टॉर्क अच्छा है, तो इसका मतलब है कि आपके पास पावर है और आपको ओवरटेकिंग के दौरान भी गियर को शिफ्ट करने की आवश्यकता नहीं है और आपका ड्राइविंग अनुभव बेहद आराम देह हो सकता है।

ब्रैकिंग की जाँच करें

जाँच करें कि ब्रेक बहुत कमजोर या बहुत शक्तिशाली हैं। यदि ब्रेक शक्तिशाली हैं तो ब्रेकिंग में कम प्रयास करना पड़ता है|

Bus Driver turning steering wheel

कार के हैंडलिंग की जाँच करें

टेस्ट ड्राइव के दौरान कम  से कम 10 किलोमीटर ड्राइव करना जरुरी है । नाहीं केवल हाईवे पर कार को उबड़ खाबड़ रास्तों में भी टेस्ट ड्राइव करें और कार के सस्पेंशन और केबिन के भीतर आने वाली आवाज़ की जांच करे | कार को अलग अलग गियर और रफ़्तार में चलाएं ताकि आप कार के गियर बॉक्स और इंजन की जांच कर सकें |

क्लच की जाँच करें

क्लच को बिना किसी प्रयास के ३/४ इंच से १  इंच नीचे ट्रेवल करनी चाहिए और उसके बाद क्लच डिप्रेस करने में काफी प्रयास करना पड़ता है | शहर की यातायात  में ज्यादा क्लच ट्रेवल के साथ कार चलाना चिड़चिड़ा हो सकता है। क्लच ट्रैवल अधिक होने पर धीमी गति से चलने वाले ट्रैफ़िक में ड्राइविंग का अनुभव काफी तनावपूर्ण हो सकता  है। कम क्लच ट्रेवल ड्राइवरों को तनाव से राहत दिला सकता है।

Car Engine Bay

केबिन में कार के इंजन का शोर और वाइब्रेशन

कार के इंजन से निकलने वाली आवाज़ से चिचड़ापन, तनाव और ड्राइविंग पर ध्यान काम देना जैसी समस्याएं पैदा कर सकती है | कार खरीदार के लिए; कार के इंजन का शोर और वाइब्रेशन को अनदेखा करना काफी बड़ी गलती साबित हो सकती है | कार में वाइब्रेशन के वजह से काफी बार तनाव का सामना करना पड़ता है |

Car AC Buttons

कार के एयर कंडीशनिंग की जाँच

हम उष्णकटिबंधीय जलवायु में रहते हैं; जहां एक वर्ष में लगभग 8 से 10 महीने तक हम  नमी और गर्मी का अनुभव करते हैं। इसलिए कार की एयर कंडीशन परफॉरमेंस की जाँच करना महत्वपूर्ण है और जब कार का A / c स्विच ऑन हो तो इंजन के परफॉरमेंस की जाँच करना अधिक महत्वपूर्ण है। कुछ कारें तेज कूलिंग के लिए बड़ा कंप्रेसर प्रदान करती हैं । कार एयर कंडीशन का परफॉरमेंस; केबिन के आकार, कंडेनसर, कूलिंग कॉइल और ब्लोअर स्पीड पर भी निर्भर करता है।

घर पर टेस्ट ड्राइव वाहन बुलाना

घर पर  टेस्ट ड्राइव कार बुलाने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि कार को कम से कम प्रयासों के साथ उपलब्ध पार्किंग की जगह में पार्क किया जा सके। इसके अलावा, आप कार के फीचर की जांच करने और अनुभव करने के लिए परिवार को बुला सकते हैं। 

आप सेल्फ ड्राइव कार की बुकिंग या सदस्यता भी ले सकते हैं, आप एक या दो महीने के लिए कार का अनुभव कर सकते हैं और फिर अपनी अगली कार बुक कर सकते हैं। अंत: में टेस्ट ड्राइव के लिए वैध ड्राइविंग लाइसेंस रखना न भूलें। सबसे जरुरी बात अगर आप संतुष्ट नहीं हैं तो; दोबारा से टेस्ट ड्राइव पूछने में में संकोच नहीं करें ।

९ ऐसी आदतें जो आपकी कार बिगड़ सकती है और आपकी जेब खाली कर सकती है

जी हाँ ! जितनी ज्यादा आप ड्राइविंग करते है उतनी ज्यादा आप ड्राइविंग स्किल्स सिखाते है लेकिन इस दौरान आप  कुछ और आदतें भी प्राप्त कर लेते है. सभी आदतें अच्छी नहीं होती हैं और समय के साथ आपको उन्हें  तोड़ना काफी कठिन हो सकता  है। कुछ सामान्य आदतों को यहां सूचीबद्ध किया गया है; जो आपकी कार को खराब कर देगी । आज की वीडियो आपको आपकी  कार बर्बाद होने  से बचाने में मदद करेगी और कार की मरम्मत  पर होने वाले अनावश्यक खर्चे से  बचा सकती है ।

BMW Interior

लगातार ब्रेकिंग न करे

ब्रैकिंग एक स्किल है और उस में महारत हासिल करना काफी  जरुरी है. सही ब्रैकिंग के लिए नियमित प्रैक्टिस जरुरी होती है। इसके अलावा, सही  ब्रेकिंग से ड्राइवर और यात्री दोनों का ड्राइविंग एक्सपीरियंस सुकूनभरा हो  सकता है। बेवजह ब्रेक पेडल प्रेस न करें।  नियमित ब्रेक चेक-अप करें | कभी कभी  ब्रेक पैडल  और डिस्क बदलने  की आवश्यकता होती है। इन खर्चों से बचने के लिए हमेशा  सुरक्षित दूरी बनाये रखें । अगर आपने अभी आदत नहीं बदली, तो आपको ब्रेक होस, ब्रेक पैड  और ब्रेक डिस्क बदलने के लिए अच्छा खासा बजट रखना पड़ेगा। 

Road Potholes

बम्प और गड्ढों पर तेज ब्रेकिंग

गड्ढे ड्राइवरों के सबसे बड़े  दुश्मन हैं। गड्ढे संभावित रूप से टायर, रिम और सस्पेंशन  को नुकसान पहुंचा सकते हैं। जब कार  गड्ढों  गुजरती है और उसी समय जब आप ब्रेक पेडल प्रेस करते है तो  सस्पेंशन पर दोहरा प्रेशर  पड़ता है। इस  प्रेशर की वजह से सस्पेंशन टूट सकते है या फिर सस्पेंशन के पुर्जे ख़राब हो सकते है और तो और  समय से पहले सस्पेंशन ख़राब हो सकते है इसीलिए सामने वाले वाहन के बीच हमेशा सुरक्षित दूरी बनाए रखें, ताकि आप गड्ढे देख  सकें और अपने गाडी  को धीमा कर सकें|

गियर स्टिक पर अपना हाथ न टिकाये

गियर नॉब पर अपना हाथ कभी न टिकाएं, यह गियर नॉब पर छोटे लेकिन निरंतर प्रेशर  डालता है। ट्रांसमिशन सेट काफी काम्प्लेक्स होते हे और उनमे  कई चलते पुर्जे भी होतें है । आपकी आदत सिंक्रोनाइज़र और गियर के डिस्प्लेसमेंट का कारण बन सकती है । अंत: में  गियर्स शिफ्टिंग की समस्या पैदा होती है। गियर बॉक्स जो ठीक से काम नहीं कर रहा है, कार मैकेनिक्स  में बड़ी  समस्या पैदा कर सकता है। यह बुरी आदत ; ट्रांसमिशन की मरम्मत और कार की लगातार सर्विसिंग पर भारी खर्चे का कारण बन सकती हैं।। इसीलिए हाथ को गियर नॉब के बजाय स्टीयरिंग  रखें। 

Car Gear Knob

रिवर्स गियर शिफ्ट करते समय कोई जल्द बाज़ी न करें

रिवर्स गियर को धीरे से शिफ्ट करना उचित है। आम तौर पे लोग हमेशा रिवर्स गियर पूरी एनर्जी के साथ शिफ्ट करते है जो की रिवर्स गियर को संभावित नुकसान पंहुचा सकता है | जिसके कारण आपको गियर ट्रांसमिशन एक अजीब सी आवाज़ सुनाई देती है|

टैंक खली होने पर ही पेट्रोल/डीज़ल डलवाना

ईंधन में कुछ गन्दगी  होती हैं  जिसके कारण  फ्यूल  फिल्टर ख़राब हो सकता है। जबआपकी  कार काफी दिनों तक नहीं चलती तो ये गन्दगी निचले भाग  पर जमा हो जाती हैं और सेडीमेंट्स बनाती हैं। इसीलिए यह सलाह दी जाती है कि टैंक में  कम से कम ईंधन आधा भरा होना चाहिए। 

Car Refueling

डाउनहिल ड्राइविंग करते समय बार-बार ब्रेक लगाना

कई नए ड्राइवर ढलान पर गाडी हायर गियर में रखतें है और बार बार ब्रेक प्रेस करते है जिससे कार जल्दी रुक जाएँ लेकिन इस  आदत से ब्रेक पैड और डिस्क गरम हो जाते है और जल्दी घिसने लगते है. ढलान पर कार चलने  का सही तरीका ये है की कार को लोअर गियर में शिफ्ट किया जाएँ और इंजन ब्रैकिंग फायदा लिया जाएँ। इंजन की गति कम करने से वाहन की गति कम हो जाती है और ब्रेक का कम इस्तेमाल होता है| इंजन की आवाज सुन कर डरियेगा नहीं। प्रोफेशनल रेस कार ड्राइवर इसी तकनीक का इस्तेमाल मोड़ पर कार की स्पीड काम करने के लिए करते है।

Driving on hills

हैंड ब्रेक के इस्तेमाल में लापरवाही

कार निर्माता किसी भी पार्किंग वाहन को स्थिर करने के लिए पार्किंग ब्रेक के उपयोग की सलाह देते हैं । जब ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कार ढलान पर खड़ी होती है तो पूरा बोझ लॉक गियर में पड़ता है और पार्किग में कार लुड़कने का खतरा भी बना रहता है , इसलिए हैंड ब्रेक की आवश्यकता होती है। हैंड ब्रेक ट्रांसमिशन के ऊपर आनेवाले बोझ को दूर करने में मदद करता है। इससे  कोई फर्क नहीं पड़ता के आपकी कार में आटोमेटिक ट्रांसमिशन है या मैन्युअल |

Rear Wheel Suspension

संदिग्ध आवाज को अनदेखा करना

एक कार में संदिग्ध आवाज  खराबी का संकेत देती है। नए ड्राइवर इसे अनदेखा करते हैं जिस वजह से उनकी कार अक्सर सड़क के बीच में बंद हो जाती है। जब भी कार संदिग्ध आवाज देना शुरू करें उसे  निकटतम मैकेनिक  पास ले जाएँ ।

उच्च रेव पर इंजन चलाना

हालांकि अधिकांश आधुनिक इंजनों को वार्मिंग की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन सर्दी के मौसम में  इंजन को 2 से 3 मिनट तक शुरू रखने  की सलाह दी जाती है। उस समय के दौरान आप मिरर एडजस्ट कर सकते हैं, ड्राइवर  सीट और  खिड़कियां, विंडशील्ड साफ़ कर सकते हैं।

याद रखें सावधानी एंड धैर्य से वाहन चलाएं !

Quick Tips for New Drivers

What is the best way to cool your car quickly? How to get your car freed from mud or sand? Even if you have a permanent driving license, there are a lot of things that can be learned with experience. We have got tips and tricks for you and your car to manoeuvre, safety and predict danger.

Fuel Tank Cap

Car Fuel Gauge

If you have hired a car or brought a new one but you don’t know which side the fuel cap opens to fill the fuel tank. Car manufacturers usually provide a little arrow with a fuel gauge that points to which side the fuel caps open.

Efficient Use of Car Air Condition

Skoda Parked Under Hot Sun

If your car is under sun for hours; don’t switch on car air conditioning at max. The AC system also gathers toxic substances that are harmful to human health. A really easy way of getting rid of it is to pump out hot air naturally hence before you get in the car, pull down your driver’s side window then go over to the other side of the car and just blow out all the hot air. Just give four to five swings. Also open and close the driver’s door a few times in a row. You can actually feel hot air coming out and then start your car with windows open. Turn on the Car air conditioning blower at maximum speed for 30 seconds to 5 minutes and wait to get fresh cool air. Then you are ready to go. This way you achieve the best utilization of car AC. This will help car AC to work more efficiently. Clean car AC filter regularly. If filter accumulates dirt in it, it blocks the airflow inside the vehicle. Don’t use auto climate control in hot weather, use it manually. It will help you save fuel.

Best Seat Position for Driving

Best Seat Position for Driving

It will make you more comfortable and safer when driving seat is adjusted at proper position. Adjust your seat in such a way that with your right foot you can depress the brake pedal with maximum force on it. There has to be a bit of an angle behind your knee so that you have maximum force to push the brake pedal in case of emergency. Put your wrist at 12 O’clock on the steering wheel and make sure that there is an arch in your arm. Also hold the steering wheel in such a way that your hand positions at 9 and 3 O’clock. Your hand will be parallel to your shoulders that way you have maximum force when you want to turn the steering wheel suddenly during an emergency situation. Back rest incline should be adjusted at about a 100-degree angle; this sitting position will decrease pressure on your lower back so you’re more comfortable. Make sure top of your head is level with the top of the headrest. Once your seat is adjusted for comfort and safety, don’t forget to wear your seat belt.

Unstuck Your Car from Mud Or Sand

Driving in Mud

Don’t get panic if you get stuck in mud or sand. Initially give car tires some room to manoeuvre by moving the steering wheel back but do it really slowly. Increase surface area of tires by deflating them to half of the air in it. Then dig out some soil around them to create a space. You can use branches or car floor mats to create an extra fraction. Once you are freed from mud, sand, snow successfully; inflate the tires back and drive slowly for initial few kilometres.

Fire extinguisher for Emergency

Car Fire Extinguisher

You should always have a fire extinguisher that is designed for automotive purposes. It should be placed so that it is within your reach during an emergency.

If car headlights get cloudy apply toothpaste on it; another option is you can buy a lens cleaning kit.

Always Check Spare Wheel Situation

Spare Wheel

Always check your spare tire situation in your new car before you hit the road for long drives. Some cars have space saver tires, some cars offer puncture repair kits, some cars have run flat tires. Always do a dry run first in your own garage with available tools so that you don’t get stuck in the middle of the road.

Flip Steering Wheel When Car is Parked Under Hot Sun

Flip Steering wheel

If you know you have to park your car in the sun and you don’t have anything to cover your steering wheel. After you have parked the vehicle, flip the steering wheel over 180 degrees so that the underneath of your steering wheel is hitting the Sun. There are two benefits of doing this. One when you get back in your car; it won’t burn your hands and the number two top of the steering wheel doesn’t fade and looks nice.

Use Good OBD2 Device

Car OBD 2

Finally, a good OBD scan tool is a must which you can buy really cheap on the internet for between 500 rupees and 1000 rupees. You can plug that in and check to see if there’s any trouble codes.

Crossover vs Sedan

In the past decade, sedan sales have taken a serious hit due to ever increasing popularity of crossovers. Most of the front wheel drive SUVs are actually crossover but in India they are widely being called as SUV. Sedan cars in India is still an option for Generation X but Generation Y definitely want a jazzy Crossover. Crossovers and sedans have a lot of things in common but buyers are picking up crossover more than sedan. Let’s investigate why Crossovers are getting popular over cosy sedans. 

Manoeuvre and Drivability

Audi Front Quarter

In the past SUVs/Crossovers used to be criticized for being a bit tippy and likely to rollover during sharp corners but with the introduction of ESC (electronic stability control) in the year 2012 as optional safety fitment in top spec variants of crossovers like Ford Ecosports, Tata Nexon are safer than ever. Sedans have longer wheelbase than crossovers. Sedans are perfect for those who spend more time on highways. Sedans have longer wheelbase offers for a more stable and plush riding experience. Design of the Sedan will help it slip through the air and that helps you better fuel economy compared to crossover. Today’s advanced technology has made crossovers equally fuel efficient and powerful like sedans. Crossovers offer an upright driving position. It gives a slightly better view of the road. Crossovers feel really nimble with a smaller turning circle than most compact sedans. Crossover’s actually feature only front-wheel drive and no all-wheel drive options although some crossovers like Renault Duster used to offer all-wheel-drive option but for Indian terrain rear wheel drive is most suitable. Sedan cars feels sportier because it is low to the ground and it has that low centre of gravity. Sedans feel like the driver is more in control while cornering hence the ride is less tippy. Another advantage of that is that sedans get better aerodynamics. Drag coefficient of a sedan is really low compared to a crossover.

Style and Aesthetic

Honda HR-V Side Profile

Style wise these crossovers end up looking more like a hiked-up hatchback than a Sports utility vehicle. They have a very marginal increase in ground clearance over a regular hatchback in reality. In fact, crossover just has about half an inch more ground clearance than sedan. Overall design of the sedan seems more driver focused like a cockpit rather than an open cabin feeling with a crossover. Sedan does feel more premium. Sleeker designs of sedan results in less wind noise.

Interior space

Car Interior

Sedan has a longer wheelbase and is wider too and it boasts more interior space. Sedan offers pretty good leg room.  The obvious advantage of being a taller Crossover is more cargo space and more Headroom. Crossovers do feel like an open room with some chairs in it rather than a focused cockpit in a sedan that looks more elite.

Safety

Black Mercedes Accident

Modern Crossovers are much more compatible with crashes. During collision Crossover structure override structure of sedan. Size and weight are important during collisions. Crossovers protect occupants better because they have larger front and large mass compared to Sedans. Having said that, the sedan offers better active safety like rollover mitigation, better cornering, improved braking. Crossover headlights cause a lot of glares when it comes to oncoming traffic. Cross vehicles feature a higher ground clearance and that means; they are still going help you get through some rough terrain and cross big unauthorized speed breakers of Indian town.

Technology

Sedan Car Interior Space

Almost all cars today have a lot of technology like touchscreen with Android auto and apple carplay support, automatic climate control, heated seats and handy safety features like forward collision warning, blind spot monitoring, a rear-view camera and a 360-degree view when parking. Better quality material is offered in Sedan than crossover. Sedan interior looks more upmarket. Technology used in the sedan seems more impressive: larger touchscreen with Android auto and apple carplay tuck in dashboard as well as a big virtual cockpit. The car also features dual zone climate control.

Sedans are just not as versatile as crossovers. That’s the whole point that’s why people are buying more crossovers.